ये शायरी सरताज शायर के जानिब से पोस्ट की गयी है। इस शायरी में सरताज शायर ने अपनी मोहब्बत की दास्ताँ को बयाँ किया है। अगर आपको इनकी शायरी अच्छी लगे तो कमेंट ज़रूर करिएगा। आँखों से कू-ए-यार का मंज़र नहीं गया, हालाँकि दस बरस से मैं उस घर नहीं गया। उस ने मज़ाक़ […]
जादू की दुनिया है मैथ्स, जिसके जादूगर रामानुज कहलाए, मैथ्स में एक और एक मिलकर दो बनाएँ, और एक, दो के बराबर भी सिद्ध हो जाए। बुज़ुर्गों का महत्त्व – कविता Cone से Circle तथा Circle से Cylinder बन जाए। जब Trignometry का Role आए, क़ुतुब मीनार की Height ज्ञात हो जाए। सम्भावनाएँ भी हैं […]
एक प्राथमिक स्कूल मे अंजलि नाम की एक शिक्षिका थीं। वह कक्षा 5 की क्लास टीचर थी, उसकी एक आदत थी कि वह कक्षा मे आते ही हमेशा “Love You All” बोला करतीं थी। मगर वह जानती थीं कि वह सच नहीं बोल रही हैं। वह कक्षा के सभी बच्चों से एक जैसा प्यार नहीं करती […]
थोड़ा सा समय निकाल कर पढ़िएगा ज़रूर…….. मैं एक घर के करीब से गुज़र रहा था कि अचानक से मुझे उस घर के अंदर से एक बच्चे की रोने की आवाज़ आई। उस बच्चे की आवाज़ में इतना दर्द था कि अंदर जा कर वह बच्चा क्यों रो रहा है, यह मालूम करने से मैं […]
यह कविता मान्शी जी ने भेजी है। इस कविता में मान्शी जी ने बुज़ुर्गों के महत्त्व को अपने शब्दों में कविता के माध्यम से व्यक्त किया है। हमारे पेरेंट्स हमारे लिए कितनी मेहनत करते हैं और हमारी खुशियों के लिए कितना समझौता करते हैं। इसलिए हमें भी चाहिए के उनके बूढ़ा होने पर हम उनका साथ […]
बहुत समय पहले की बात है। किसी जंगल में मुजाहिद नाम का लोमड़ा और सरताज नाम का सारस एक साथ रहते थे। दोनों में बहुत अच्छी दोस्ती भी थी। वो दोनों मिलकर सुख दुःख की बातें भी किया करते थे। लेकिन फिर भी दोनों का आपस में स्वभाव नहीं मिलता था। लोमड़ा बहुत चालाक और […]
एक किसान के चार बेटे थे। एक बार किसान बीमार पड़ा। वह जानता था कि वह जीवित नहीं रहेगा। लेकिन किसान की समस्या थी। वह इस बात को जानता था, कि उसके बेटे एकजुट नहीं हैं। किसान ने मरने से पहले सबको एकजुट करने का फैसला किया। उसने चारों बेटों को बुलाया। वे उसके बिस्तर […]
पापा आफिस में पहुँचे ही थे कि स्कूल से फोन आया। सुरीली आवाज़ में एक मैम बोलीं – “सर! आप की बेटी जो सेकंड क्लास में है, मैं उसकी क्लास टीचर बोल रही हूँ। आज पेरेंट्स टीचर मीटिंग है। रिपोर्ट कार्ड दिखाया जाएगा। आप अपनी बेटी के साथ टाईम से पहुँचें।” बेचारे पापा क्या करते। […]
यह कविता हमें दिप्ती पाठक जी ने भेजी है। इनके द्वारा भेजी गई और भी कविताएँ हैं जो हमने अपने ब्लॉग में प्रकाशित की हैं। जैसे कि: माँ और बेटी – कविता , हमारे वीर जवान – कविता। इस कविता में दिप्ती जी ने एक पिता का अपने बच्चों के प्रति संवेदना और ज़िम्मेदारियों को व्यक्त किया है। उम्मीद करते […]
यह कविता हमें दिप्ती पाठक जी ने भेजी है। इनके द्वारा भेजी गई और भी कविताएँ हैं जो हमने अपने ब्लॉग में प्रकाशित की हैं। जैसे कि: हमारे वीर जवान – कविता आज कि इस कविता में दिप्ती जी ने बहुत ही ख़ूबसूरत अंदाज़ में माँ और बेटी के बीच के रिश्ते और उनके जीवन के […]