ये शायरी सरताज शायर के जानिब से पोस्ट की गयी है। इस शायरी में सरताज शायर ने अपनी मोहब्बत की दास्ताँ को बयाँ किया है। अगर आपको इनकी शायरी अच्छी लगे तो कमेंट ज़रूर करिएगा। आँखों से कू-ए-यार का मंज़र नहीं गया, हालाँकि दस बरस से मैं उस घर नहीं गया। उस ने मज़ाक़ […]