पाँच चीजें जो आपको कभी नहीं करनी चाहिए और क्यों?

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दोस्तों हम कई ऐसे काम करते हैं जो हमारे व्यक्तिगत विकास के लिए ठीक नहीं होते हैं। वैसे तो इन बातों की लिस्ट बहुत लंबी हो सकती है, लेकिन ऐसी ही पाँच बातें मैं आपको फॉलो करने के लिए शेयर कर रही हूँ।

हो सकता है कि आपने इनमें से कुछ चीजों का पहले ही अभ्यास कर लिया हो, लेकिन अगर आपको यहाँ से कुछ और भी सीखने को मिलता है तो निश्चित रूप से यह आपके जीवन को बेहतर बनाएगा। तो आइए जानते हैं वो पाँच बातें।

पाँच चीजें जो आपको नहीं करनी चाहिए और क्यों?।। Five Things You Shouldn’t Do


1. जो बीत गया उस पर पछताना
बहुत से लोग अपने अतीत में की गई गलतियों पर पछताते हैं। अतीत में यदि आपके साथ कुछ ऐसा हुआ है जिससे आप दुखी हैं तो एक-दो बार उसका पछतावा करें। लेकिन बार-बार इसका पछतावा न करें।

हर गलती आपको दोबारा ऐसा न करने का अनुभव देती है। आप उस घटना से जो सीख सकते हैं, उसे सीखें और आगे बढ़ें। दूसरों के सामने अपनी गलतियों पर पछतावा ना करें। लोग ऐसे इंसान के साथ नहीं रहना चाहते और न ही इस तरह की बातें सुनना पसंद करते हैं। और इसी वजह से ऐसे इंसान से दूरी बनाने लगते हैं।

सबकी अपनी-अपनी परेशानियाँ होती हैं और जीवन को सुखी बनाने के बजाय दुखी करने वाले लोग किसी को पसंद नहीं आते। इसलिए अपने बारे में सोचें कि आपके पास अभी क्या है और इसे सही तरीके से चलने की कोशिश करें। अगर आप अपनी गलतियों के बारे में बार-बार सोचेंगे तो आप खुद को दुखी कर लेंगे। आप अतीत में फंसे रहेंगे और न तो इस पल को जी पाएंगे और न ही भविष्य के लिए ख़ुद को तैयार कर पाएंगे।

2. दूसरों पर निर्भर न रहें
मैंने बहुत से लोगों को देखा है जो अपने साधारण से काम के लिए भी दूसरों पर निर्भर रहते हैं। किसी व्यक्ति विशेष पर निर्भर न रहें। आपको अपना लक्ष्य या कार्य निर्धारित करना चाहिए और उसे समय सीमा के अंदर पूरा करना चाहिए। आप दूसरों की मदद ले सकते हैं लेकिन आपको अपना काम अकेले ही करना चाहिए।

ऐसा करने से आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा। ऐसे लोग जो छोटे-छोटे कार्यों को करने में आत्मनिर्भर होते हैं, वे हमेशा आगे बढ़कर बड़ी से बड़ी चुनौतियों को पार कर जाते हैं। और यह उनकी अकेले काम करने की आदत बन जाती है। दूसरों की मदद लेने के बजाय काम को ख़ुद खत्म करना ज़रूरी है।

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3. दूसरों की बुराई का आनंद न लें
हम बचपन से सुनते आ रहे हैं कि तीसरे को एक दूसरे के सामने बुराई नहीं करनी चाहिए। लेकिन एक बात और जो मुझे ज़रूरी लगती है वह यह है कि यदि कोई किसी की बुराई कर रहा है तो हमें उसमें रुचि नहीं लेनी चाहिए और उसमें आनंद नहीं लेना चाहिए।

यदि आप इसमें रुचि दिखाते हैं तो आप कहीं न कहीं नकारात्मकता को भी आकर्षित करते हैं। ऐसे लोगों से दूर ही रहें तो बेहतर होगा। लेकिन अगर आप साथ रहने को मजबूर हैं, तो ऐसे विषयों पर बहरे और गूंगे हो जाएँ। सामने वाला स्वयं शांत हो जाएगा।

उदाहरण के तौर पर अगर कोई किसी का मज़ाक उड़ा रहा है और आप उस पर हंसते नहीं हैं तो हो सकता है कि अगली बार वह आपके सामने ऐसा न करे। साथ ही यह भी समझ लें कि आम तौर पर जो लोग आपके सामने दूसरों का मज़ाक उड़ाते हैं, वे भी दूसरों के सामने आपका मज़ाक उड़ाएंगे। इसलिए ऐसे लोगों की मज़ाक उड़ाने की हिम्मत तोड़ देना ही सही है।

4. आप जो नहीं चाहते हैं उस पर ध्यान न दें
हमें उन चीजों पर ध्यान नहीं देना चाहिए जो हम नहीं चाहते। हमें उन चीजों पर ध्यान देना चाहिए जो हम अपने जीवन में चाहते हैं। इससे आपका रास्ता साफ और विकास की और अग्रसर दिखेगा।

उदाहरण के लिए: यदि आप अपनी आय बढ़ाना चाहते हैं, तो नए अवसरों के बारे में सोचें, न कि खर्चों और बढ़ती महंगाई के बारे में सोचें। नए अवसर और नए स्रोत बनाकर अपनी आय में वृद्धि करें। इससे आपके खर्चों की समस्या दूर होगी।

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5. दूसरों से अपनी तुलना करना
कभी-कभी हम दूसरों की ख़ुशी से दुखी हो जाते हैं। आप इसे मानवीय दोष कह सकते हैं या कुछ और। लेकिन सच तो यह है कि इतने सारे दु:खों का कारण हमारा अपना दु:ख नहीं, अपितु दूसरे का सुख है।

आप इससे ऊपर उठने की कोशिश करते हैं क्योंकि हम केवल दूसरों की खुशी देखते हैं लेकिन हम किसी की मेहनत या किसी की अंतरात्मा नहीं देखते हैं।

कई बार हम दूसरों की उपलब्धि से तुलना करते हैं लेकिन इसके पीछे हमने मेहनत नहीं सोची। इसलिए हमें लगता है कि सामने वाला हमसे ज्यादा खुश है, लेकिन हकीकत यह है कि ऐसी तुलना का कोई मतलब नहीं होता।

आपको बस ख़ुद में सुधार करते रहना है और दूसरों से इसकी तुलना नहीं करनी है।

प्रत्येक व्यक्ति की अपनी क्षमताएँ और हुनर होते हैं। और आपको खुद को, अपने हुनर को, काम में अपनी रुचि को, और अपनी क्षमताओं को पहचानना होगा।

आप अभी भी अपने हुनर के साथ आगे बढ़ सकते हैं। बस आपको खुद को जानना है।


तो दोस्तों, इन पाँच बातों को अपने दिमाग में रखें और लगातार अपने आप को आगे बढ़ाते रहें। इससे आप अपनी ज़िन्दगी को ख़ुशहाल बना पाएंगे।

 

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