बच्चों में हार्ट अटैक: कारण, लक्षण और बचाव

परिचय

हार्ट अटैक का नाम सुनते ही अक्सर लोग इसे वयस्कों की समस्या समझते हैं, लेकिन हाल के वर्षों में बच्चों में भी यह समस्या देखने को मिल रही है। यह गंभीर स्वास्थ्य चिंता का कारण बन रही है। इस लेख में हम जानेंगे कि बच्चों में हार्ट अटैक क्यों होता है और इसके 10 मुख्य कारण क्या हैं।

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बच्चों में हार्ट अटैक के 10 मुख्य कारण

1. जन्मजात हृदय रोग 

बच्चों में हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण जन्मजात हृदय दोष है। यह जन्म के समय से मौजूद होता है और समय पर इलाज न होने पर गंभीर स्थिति पैदा कर सकता है।

2. मोटापा और अनियमित खान-पान

आजकल बच्चों में जंक फूड और शीतल पेय का अत्यधिक सेवन बढ़ गया है। इससे मोटापा और कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ जाता है, जो हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा सकता है।

3. शारीरिक गतिविधियों की कमी

आजकल बच्चे अधिकतर समय मोबाइल, टीवी या वीडियो गेम खेलने में बिताते हैं। इससे उनकी शारीरिक सक्रियता कम हो जाती है, जिससे हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है।

4. तनाव और मानसिक दबाव

बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण बच्चे पढ़ाई या अन्य कारणों से तनाव में रहते हैं। यह तनाव हृदय पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

5. आनुवंशिक कारक 

यदि परिवार में किसी को हृदय रोग की समस्या रही हो, तो बच्चे में हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है।

6. संक्रमण और सूजन

कुछ वायरल संक्रमण हृदय को प्रभावित कर सकते हैं। इसके अलावा, हृदय की सूजन भी बच्चों में हार्ट अटैक का कारण बन सकती है।

7. हाई ब्लड प्रेशर

बच्चों में हाई ब्लड प्रेशर भी एक प्रमुख कारण है। यह अक्सर मोटापा, तनाव और अस्वस्थ जीवनशैली के कारण होता है।

8. मधुमेह (Diabetes)

बच्चों में टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। डायबिटीज हृदय को कमजोर कर सकती है।

9. नशीली दवाओं का सेवन

किशोरावस्था में कुछ बच्चे नशे का शिकार हो जाते हैं। यह न केवल उनकी सेहत बल्कि उनके हृदय को भी बुरी तरह प्रभावित कर सकता है।

10. श्वसन संबंधी समस्याएं

अस्थमा और अन्य श्वसन रोग भी हृदय पर दबाव डाल सकते हैं। यह समस्या हार्ट अटैक का कारण बन सकती है।

बचाव के उपाय

1. स्वस्थ खान-पान अपनाएं

बच्चों को पोषणयुक्त भोजन जैसे फल, सब्जियां, और प्रोटीन से भरपूर आहार दें।

2. नियमित व्यायाम करें

बच्चों को खेलने-कूदने और शारीरिक गतिविधियों के लिए प्रेरित करें।

3. तनावमुक्त वातावरण दें

पढ़ाई और अन्य गतिविधियों में बच्चों पर अनावश्यक दबाव न डालें।

4. नियमित स्वास्थ्य जांच

बच्चों की समय-समय पर स्वास्थ्य जांच कराएं, जिससे किसी भी समस्या का समय रहते पता लगाया जा सके।

5. नशे से बचाव

बच्चों को नशे के खतरों के बारे में जागरूक करें और उनसे संवाद बनाए रखें।

विशेषज्ञों की राय

डॉ. सीमा गुप्ता (बाल हृदय रोग विशेषज्ञ) का कहना है

“बच्चों में हार्ट अटैक दुर्लभ है, लेकिन यह एक गंभीर समस्या है। इसके पीछे की वजहों को समझना और समय रहते कदम उठाना बेहद जरूरी है।”

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निष्कर्ष

बच्चों में हार्ट अटैक एक दुर्लभ लेकिन गंभीर समस्या है। इसके कारणों को समझना और सही समय पर उचित कदम उठाना बेहद जरूरी है। जन्मजात दोष, खराब जीवनशैली, और तनाव जैसे कारणों को नियंत्रित करके इस समस्या से बचा जा सकता है। माता-पिता का दायित्व है कि वे बच्चों को संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और तनावमुक्त वातावरण दें। इसके अलावा, नियमित स्वास्थ्य जांच और डॉक्टर से सलाह लेना भी अनिवार्य है।

यदि सही समय पर इन समस्याओं का समाधान किया जाए, तो बच्चों को हृदय रोगों से बचाया जा सकता है और उनका भविष्य स्वस्थ बनाया जा सकता है।

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