यह कविता मान्शी जी ने भेजी है। इस कविता में मान्शी जी ने बुज़ुर्गों के महत्त्व को अपने शब्दों में कविता के माध्यम से व्यक्त किया है। हमारे पेरेंट्स हमारे लिए कितनी मेहनत करते हैं और हमारी खुशियों के लिए कितना समझौता करते हैं। इसलिए हमें भी चाहिए के उनके बूढ़ा होने पर हम उनका साथ […]
बहुत समय पहले की बात है। किसी जंगल में मुजाहिद नाम का लोमड़ा और सरताज नाम का सारस एक साथ रहते थे। दोनों में बहुत अच्छी दोस्ती भी थी। वो दोनों मिलकर सुख दुःख की बातें भी किया करते थे। लेकिन फिर भी दोनों का आपस में स्वभाव नहीं मिलता था। लोमड़ा बहुत चालाक और […]
एक किसान के चार बेटे थे। एक बार किसान बीमार पड़ा। वह जानता था कि वह जीवित नहीं रहेगा। लेकिन किसान की समस्या थी। वह इस बात को जानता था, कि उसके बेटे एकजुट नहीं हैं। किसान ने मरने से पहले सबको एकजुट करने का फैसला किया। उसने चारों बेटों को बुलाया। वे उसके बिस्तर […]
पापा आफिस में पहुँचे ही थे कि स्कूल से फोन आया। सुरीली आवाज़ में एक मैम बोलीं – “सर! आप की बेटी जो सेकंड क्लास में है, मैं उसकी क्लास टीचर बोल रही हूँ। आज पेरेंट्स टीचर मीटिंग है। रिपोर्ट कार्ड दिखाया जाएगा। आप अपनी बेटी के साथ टाईम से पहुँचें।” बेचारे पापा क्या करते। […]
यह कविता हमें दिप्ती पाठक जी ने भेजी है। इनके द्वारा भेजी गई और भी कविताएँ हैं जो हमने अपने ब्लॉग में प्रकाशित की हैं। जैसे कि: माँ और बेटी – कविता , हमारे वीर जवान – कविता। इस कविता में दिप्ती जी ने एक पिता का अपने बच्चों के प्रति संवेदना और ज़िम्मेदारियों को व्यक्त किया है। उम्मीद करते […]
यह कविता हमें दिप्ती पाठक जी ने भेजी है। इनके द्वारा भेजी गई और भी कविताएँ हैं जो हमने अपने ब्लॉग में प्रकाशित की हैं। जैसे कि: हमारे वीर जवान – कविता आज कि इस कविता में दिप्ती जी ने बहुत ही ख़ूबसूरत अंदाज़ में माँ और बेटी के बीच के रिश्ते और उनके जीवन के […]
यह कविता हमें रघु एवं दिप्ती जी ने भेजी है। इनकी ये कविता भारत के वीर जवानों के लिए है जो सरहद पर रहकर भारत और इसके लोगों की रक्षा करते हैं। नमन है उन वीरों को जिन्होनें दिया अपना ही बलिदान। नमन है उन हीरों को जो हैं सबसे महान।। हम हैं सुरक्षित, हम […]
वैसे तो जाड़े के अलावा और भी मौसम हैं जैसे गर्मी, बरसात, पतझड़ और वसंत। लेकिन सर्दी का मौसम सबसे सुहाना होता है। शायद इसीलिये इस मौसम को सभी मौसमों की रानी भी कहा जाता है। और इसी मौसम के ऊपर हम लाए हैं जाड़े की धूप कविता। लेकिन क्या आपको पता है, मौसम कैसे […]